मागरमाटी
सामग्री – 5 छोटी-छोटी बांस की टोकनी या दोना मिट्टी खोदने के लिए कुदाली, गुड की डल्ली, रूपया, जल का लोटा, पूजा की थाली, स्त्रियॉं पास के मंदिर में जाती गाजे-बाजे के साथ जाती है वहॉं साफ जगह देखकर काडी धान में बैठने वाली महिला धरती का पूजन कर मिट्टी खोदती है, तत्पश्चाात 5 या 7 कन्या को थोडी-थोडी मिट्टी टोकनी में दी जाती है, इसी मिट्टी में और मिट्टी मिलाकर मंडप के लिए चुल्हा बनाया जाता है काडीधान के दिन कन्या को 5-7 महिलाओं या कन्याओं द्वारा उबटन लगाया जाता है ।
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