नि:शक्त बने जीवन के हमसफर
श्री बागेश्वर कसौंधन वैश्य समाज भिलाई द्वारा आयोजित अखिल भारतीय युवक:युवती परिचय सम्मेलन के प्रतिभागी बचपन से नेत्रहीन सुशील चन्द्र गुप्ता आत्मज श्री प्रेमचन्द गुप्ता उम्र 28 वर्ष निवासी इंदु टेक्नीकल के पास, पावर हाऊस, भिलाई के साथ नीलू गुप्ता आत्मजा श्री कलाराम गुप्ता, गोर्वधन चौक शीतलानगर, दुर्ग जो शारिरीक रूप से अपंग है ने जीवन की हमसफर बनकर समाज को नई दिशा प्रदान की है जो मानव सभ्यता के लिए अनुकरणीय पहल साबित होगी ।
सुशील चन्द्र गुप्ता सविंदा शिक्षक के पद पर नरसिंहपुर में पदस्थ है । उन्होनें बी.एड., एम.ए. तक की शिक्षा ग्रहण की है ।
सुशील चन्द्र गुप्ता एवं नीलू गुप्ता दिनांक 12/12/2009 को श्री एन.के.पडित विवाह अधिकारी दुर्ग के समक्ष अपने-अपने परिजनों एवं श्री बागेश्वर कसौंधन वैश्य समाज भिलाई के सचिव बृजेन्द्र कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष श्री पूनमचंद गुप्ता, सदस्य श्री शिवदत्त गुप्ता, श्री अशोक कुमार गुप्ता, श्री गणेश प्रसाद गुप्ता, श्री विष्णुदत्त गुप्ता तथा श्री इन्द्रपाल गुप्ता के साथ उपस्थित हुए जहॉं उन्होनें एक दूसरे को वरमाला पहनाकर पति-पत्नी बनकर हमसफर बनना स्वीकार किया ।
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